अजब गजब: कबाड़ से जुगाड़! स्कूली बच्चों ने किया ई-साइकिल का आविष्कार, देखने वाले हुए हैरान

कबाड़ से जुगाड़! स्कूली बच्चों ने किया ई-साइकिल का आविष्कार, देखने वाले हुए हैरान
  • स्कूली छात्रों ने ई-साइकिल बनाने की खोजी तरकीब
  • कबाड़े के सामान से किया जुगाड़
  • जानकर लोग हुए हैरान

डिजिटल डेस्क, भोपाल। कहते हैं न गरीबी इंसान को जिंदगी की हकीकत से रूबरू करा देती है। लोग कुछ सीखने के लिए जो पैसें खर्च करते हैं, उसे गरीब इंसान बिना पैसे खर्च करें ही सीख लेता है। दुनिया में आपने कई लोगों को देखा होगा जो पढ़ने लिखने के बाद नई चीजों के निर्माण में लग जाते हैं। हालांकि, हमारे देश के लोगों में इन चीजों को सीखने का हुनार कूट-कूट कर भरा हैं। भारत में कई लोग बिना पैसे खर्च किए जुगाड़ से ऐसी चीजें बना लेते हैं. जिनसे उनका काम पूरा हो जाता है। जब लोगों को इन चीजों के बारे में पता चलता हैं, तो वह काफी हैरान रह जाते हैं।

जुगाड़ से बनाई ई-साइकिल

हाल ही में राजस्थान के बीकानेर में दो दोस्तों ने एक चीज को लेकर जुगाड़ की तरकीब खोजी हैं। दरअसल, इन दोनों स्टूडेंट्स ने एक ई-साइकिल को कबाड़ के सामान से बनाया है। इन बच्चों के घर से लगभग सात किलोमीटर की दूरी पर स्कूल था। वहीं, दोनों को स्कूल भेजने के लिए मां बाप के पास इतने पैसे भी नहीं थे, जिससे वैन या किसी गाड़ी का प्रबंध किया जा सकें। इसे देखते हुए दोनें ही दोस्तों ने कबाड़ में पड़े सामान की सहायता से ई-साईकिल बना लिया।

कबाड़ से उपयोग में लिया सामान

यह दोनों दोस्त साइंस के स्टूडेंट्स नहीं, बल्कि ग्यारहवीं क्लास के कला संकाय के छात्र हैं। संदीप सामारिया नागफनी का रहने वाला है, जिसने अपनी दोस्त नितेश कश्यप की मदद से इस जुगाड़ वाली ई साइकिल का निर्माण किया है। संदीप के पित पेशे से एक कबाड़ी है। ऐसे में संदीप का घर कबाड़ के सामान से भरपूर रहता था। इस कबाड़ में से दोनों दोस्तों ने बैटरी और मोटर को ढूंढ कर ई-साइकिल बना डाली।

सोलर पैनल का किया इस्तेमाल

इस यूनिक साइकिल को बनाने के लिए दोनों स्टूडेंट्स ने इसमें मोटर, बैटरी और सोलर पैनल लगाया है। ई-साइकिल में छोटे से सोलार पैनल की मदद से बड़ी बैटरी आसानी से चार्ज हो सकेगी। वहीं, साइकिल में लगी बड़ी बैटरी के जरिए सोलार के वॉल्ट भी बढ़ जाता है। जिससे बैटरी लंब वक्त तक चार्ज रहती है। ई-साइकिल का निर्माण सोलार पैनल से किया गया है। इस साइकिल को बनाने में छह हजार रुपयों की लागात लगी है। दोनों दोस्तों के परिवार वाले बच्चों के इस जुगाड़ वाली तरकीब की काफी सरहाना भी कर रहा हैं। वहीं, स्कूल में टीचर्स ने भी दोनों स्टूडेंट्स की आविष्कार की जमकर तारीफ की।

Created On :   17 Feb 2024 3:42 AM IST

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